Overhead water tank in northeast corner may cause serious health issues।छत पर वाटर टैंक की ये एक गलती दे सकती है मानसिक तनाव और गंभीर बीमारी, जानें इसका वास्तु दोष और उपाय

Water Tank: आजकल घर बनवाते समय लोग वास्तु का ध्यान तो रखते हैं, लेकिन कुछ छोटी बातें बड़ी मुसीबतें खड़ी कर सकती हैं. ऐसा ही एक मामला है ईशान कोण, यानी उत्तर-पूर्व दिशा में बने ओवरहेड वाटर टैंक का. यह दिशा वास्तु में सबसे पवित्र मानी जाती है, लेकिन यहां अगर ऊपर की तरफ पानी भरा हुआ है, तो इसका असर सीधे आपके सेहत और मन पर पड़ सकता है. अगर समय रहते इस गलती को ठीक किया जाए, तो बड़ी से बड़ी बीमारी से भी बचा जा सकता है. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा.
कई लोग अपने घर के उत्तर-पूर्व कोने को “पानी की दिशा” समझकर वहां ओवरहेड वाटर टैंक बनवा देते हैं. ओवरहेड मतलब घर की छत पर या ऊंचाई पर बना टैंक, लेकिन वास्तु के अनुसार, इस दिशा में पानी सिर्फ जमीन के नीचे होना चाहिए जैसे बोरिंग या अंडरग्राउंड टैंक के रूप में.
क्या हो सकते हैं इसके नुकसान?
इस वास्तु दोष की वजह से व्यक्ति को कई तरह की मानसिक और शारीरिक परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं. कुछ सामान्य समस्याएं-
2. बेवजह तनाव या डर लगना.
3. गंभीर मामलों में पैरालिसिस तक हो जाना.
जी हां, नॉर्थ ईस्ट दिशा में ऊपरी पानी का दबाव कभी-कभी इतना बुरा असर कर सकता है कि शरीर के किसी हिस्से को लकवा तक मार सकता है।.
इस दोष से बचने या निकलने का एक ही सही उपाय है ओवरहेड वाटर टैंक को वहां से हटाना. सबसे अच्छा होगा कि आप इस टैंक को साउथ (दक्षिण) दिशा में शिफ्ट कर दें. अगर ऐसा संभव न हो, तो वेस्ट (पश्चिम) या नॉर्थ-वेस्ट (उत्तर-पश्चिम) दिशा में भी इसे रखना बेहतर होगा.
लेकिन अगर किसी वजह से आप टैंक को पूरी तरह शिफ्ट नहीं कर सकते, तो कम से कम इतना ज़रूर करें कि उसे ईशान कोण से थोड़ा सा हटा दें या तो उत्तर की ओर या पूर्व की ओर. इससे भी काफी हद तक असर कम हो सकता है.