बर्तन धोने से लाखों कमाने तक… जौनपुर की इन महिलाओं ने बदली सैकड़ों जिंदगियां, जानिए कहानी!

Last Updated:
Success Story: जौनपुर की गृहिणी शिबि शाहू ने NULM योजना के तहत ‘शक्ति रसोई’ शुरू कर महिलाओं की जिंदगी बदल दी. पहले टिफिन सर्विस चलाने वाली शिबि आज लाखों कमा रही हैं.

सीबी साहू
हाइलाइट्स
- शिबि शाहू ने NULM योजना के तहत ‘शक्ति रसोई’ शुरू कर महिलाओं की जिंदगी बदल दी.
- पहले टिफिन सर्विस चलाने वाली शिबि आज लाखों कमा रही हैं.
- यह रसोई महिलाओं को रोजगार, आत्मनिर्भरता और समाज में पहचान दे रही है.
जौनपुर: जौनपुर की शिबि शाहू और उनकी टीम की कहानी कुछ अलग है. कभी घर से टिफिन सर्विस चलाने वाली शिबि ने अब ‘शक्ति रसोई केंद्र’ के जरिए अपनी जिंदगी ही नहीं, बल्कि कई महिलाओं की तकदीर भी बदल दी है. राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (NULM) की मदद से शुरू हुई यह पहल अब महीने के लाखों रुपए कमा रही है और महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रही है.
समाज में मिली पहचान
शक्ति रसोई में काम करने वाली किरण बताती हैं कि पहले वे अकेले काम करती थीं, लेकिन अब समूह में काम करने से न केवल उनकी आमदनी बढ़ी है, बल्कि जीवन में स्थिरता और आत्मविश्वास भी आया है. प्रेरणा नाम की एक और महिला ने बताया कि अब केवल पैसा नहीं, बल्कि समाज में पहचान भी मिली है. लोग हमारे काम की तारीफ करते हैं, जिससे हमें बहुत खुशी मिलती है.
राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन की भूमिका
राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन की इस पहल ने जौनपुर की महिलाओं को न केवल आर्थिक रूप से मजबूत किया है, बल्कि उन्हें सम्मान और पहचान भी दिलाई है. आज ये महिलाएं सिर्फ मदद की मोहताज नहीं, बल्कि खुद दूसरों की मददगार भी बन चुकी हैं. शक्ति रसोई का यह मॉडल अन्य जिलों के लिए भी प्रेरणा स्रोत बन सकता है, जो बताता है कि महिलाएं मिलकर बड़े बदलाव ला सकती हैं.