बाघिन को लाठी- डंडों से मारने वाले अब जाएंगे जेल? 5 साल बाद कोर्ट का बड़ा एक्शन, 40 आरोपियों के खिलाफ वारंट जारी

पीलीभीत: टाइगर रिजर्व के लिए मशहूर पीलीभीत जिले में बाघिन की हत्या का एक पुराना मामला एक बार फिर चर्चा में है. साल 2019 में टाइगर रिजर्व से सटे गांव मटहेना कॉलोनी में कुछ ग्रामीणों ने मिलकर एक बाघिन को लाठी- डंडों और भालों से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया था. इस घटना ने न सिर्फ राज्य, बल्कि देशभर में वन्यजीव संरक्षण को लेकर चिंता बढ़ा दी थी. अब इस मामले में कोर्ट ने एक बड़ा कदम उठाते हुए सभी आरोपियों के खिलाफ जमानतीय वारंट जारी कर दिए हैं.
हद तो तब हो गई जब मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम और अधिकारियों के सामने ही भीड़ ने सरकारी गाड़ी में तोड़फोड़ कर दी और बाघिन पर हमला जारी रखा. घायल बाघिन की बाद में मौत हो गई. यह घटना टाइगर रिजर्व के इतिहास में एक काला अध्याय बन गई थी. टीम ने मौके से कई हथियार जैसे भाला, सूजा आदि बरामद भी किए थे.
इस मामले में कोर्ट ने पहले 30 जून 2020 को सभी नामजद आरोपियों को समन भेजा था. लेकिन पांच साल बीत जाने के बावजूद एक भी आरोपी कोर्ट में पेश नहीं हुआ. बार-बार की तारीखों और गैरहाजिरी को देखते हुए अब कोर्ट ने सभी आरोपियों के खिलाफ जमानतीय वारंट जारी कर दिए हैं. अब इस मामले की अगली सुनवाई 23 जून को निर्धारित की गई है.
जिन पर चला कोर्ट का डंडा
इस मामले में जिन 40 आरोपियों के खिलाफ वारंट जारी हुए हैं, उनमें मटहेना कॉलोनी के लालचंद्र, ब्रम्हा, पिंटू, दिनेश, त्रिवेनी, सिकंदर, विनोद, धर्मेंद्र, पारस, प्रदीप, इंदर, महेश, छेदी, मुन्ना, विजय, हरीनाथ, देशराज, पिंटू, शिवनाथ, राजकुमार, भरथरी, प्रमोद, ताराचंद, संजय, मनोज, दीपक, गुड्डा, सुरेंद्र, हीरा, स्वामी नाथ, बच्चा लाल, श्याममोहन उर्फ गुड्डु, बेंचेलाल, रामवृद्ध, रमेश, कमला सिंह, रामकरण, दीपचंद और लक्ष्मण प्रजापति शामिल हैं.