kumaoni raita recipe traditional dish for taste and health in hindi। उत्तराखंड की खास रेसिपी: पहाड़ों की खुशबू और स्वाद से भरपूर है कुमाउनी रायता, एक बार जरूर बनाएं

Last Updated:
Kumaoni Raita : अगर आप कुछ अलग, स्वादिष्ट और हल्का खाना चाहते हैं तो कुमाउनी खीरे का यह रायता एकदम बढ़िया ऑप्शन है. इसे बनाना भी आसान है और खाने में भी मजेदार.

पहाड़ी कुमाउनी रायता
हाइलाइट्स
- कुमाउनी रायता स्वादिष्ट और हल्का होता है.
- खीरे, राई, हरी मिर्च और धनिया से बनता है.
- दाल-चावल, रोटी या पराठे के साथ परोसें.
Kumaoni Raita : उत्तराखंड की रसोई में स्वाद और सेहत का अनोखा मेल देखने को मिलता है. यहां की एक खास रेसिपी है – कुमाउनी खीरे का रायता. यह कोई साधारण रायता नहीं, बल्कि पहाड़ों की खुशबू, मौसम की ताजगी और परंपरा का हिस्सा है. इस रायते में जो खीरा इस्तेमाल होता है, वह साइज में थोड़ा बड़ा होता है और रंग में हल्का पीला दिखता है. स्थानीय लोग इसे ‘कड़ी’ कहते हैं. अगर आपके पास यह न भी हो, तो आप साधारण खीरे से भी यह रायता बना सकते हैं.
इस रायते को बनाने के लिए सबसे पहले खीरे को छीलकर कद्दूकस कर लेना होता है. पहाड़ी खीरे के बीज आमतौर पर सॉफ्ट होते हैं, इसलिए उन्हें अलग करने की ज़रूरत नहीं होती. अगर बीज सख्त हों तो उन्हें निकाल देना बेहतर रहेगा.
अब आता है दही डालने का समय. आप घर का दही लें या पैकेट वाला दोनों से यह रायता टेस्टी बनता है. अगर दही पतला है तो खीरे का पानी निचोड़ लें. नहीं तो आप दोनों को ऐसे ही मिलाकर भी बना सकते हैं. दही को अच्छे से मिलाने के बाद उसमें डाली जाती है सिर्फ हल्दी और नमक. यही इसकी खास बात है कम मसाले, ज्यादा स्वाद.
यह रायता हर मौसम में खाया जा सकता है. गर्मियों में यह शरीर को ठंडक देता है और पाचन भी ठीक रखता है. आप इसे दाल-चावल, रोटी-सब्ज़ी या पराठे के साथ परोस सकते हैं. उत्तराखंड में इसे खासतौर पर आलू के गुटके के साथ खाया जाता है. ठंडा-ठंडा रायता खाने का मजा दोगुना कर देता है.
स्वाद के पीछे छिपी सेहत
यह रायता स्वाद में जितना अच्छा होता है, सेहत के लिए उतना ही फायदेमंद भी है. खीरा शरीर को हाइड्रेट करता है और मसाले पाचन को दुरुस्त रखते हैं. दही तो वैसे भी पेट के लिए फायदेमंद होता है. बिना ज्यादा तेल-मसाले के यह रेसिपी हर उम्र के लोगों के लिए ठीक बैठती है.