rcb won ip lvirat kohli loyalty I विराट को मिला वफादारी का ईनाम, बाहर आ गया 18 साल से दबा आंसुओं का सैलाब

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17 साल का सूखा कैसे खत्म होता है , 17 साल का सपना कैसे पूरा होता है , 17 साल से चली आ रही एक टीम के लिए वफादारी का ईनाम क्या रंग लाता है ये 3 जून की तारीख तमाम आरसीबी के फैंस को हमेशा याद दिलाते रहेंगे. 2008 से…और पढ़ें

विराट को मिला वफादारी का ईनाम, बाहर आ गया 18 साल से दबा आंसुओं का सैलाब

18 साल की RCB के साथ विराट की वफादारी रंग लाई, ट्रॉफी कोहली के हाथ आई

हाइलाइट्स

  • विराट कोहली ने RCB को पहली बार IPL ट्रॉफी जिताई.
  • विराट की वफादारी और मेहनत ने 17 साल का सपना पूरा किया.
  • क्रिस गेल और एबी डिविलियर्स ने विराट के साथ जश्न मनाया.

नई दिल्ली. कहते है खिलाड़ी रिटायर होते है पर सपने कभी रिटायर नहीं होते . और जब सपना पूरा होता है तो उसके बाद के जज्बात लफ्जों में नहीं कहे जा सकते उन्हें सिर्फ महसूस किया जा सकता है. जैसे आरसीबी के फैन होने का दर्द या गर्व जैसा विराट कोहली का आरसीबी से प्यार. हर साल आईपीएल आता है…हर टीम नई ऊर्जा के साथ उतरती है…लेकिन एक टीम होती है जो हर बार सिर्फ ट्रॉफी की जीत की चाहत ही नहीं प्यार ले कर आती है.वो टीम है रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर.

विराट कोहली.18 साल…एक ही जर्सी…एक ही जुनून…एक ही मिशन -आरसीबी के लिए जीतना. आईपीएल में साल 2025 में शायद कुछ अलग था.बस विराट का चेहरा वही था आँखों में कुछ था जो हम सब महसूस कर पायें. थकान नहीं थी, वफ़ा थी.सन्नाटा नहीं था,एक चुप सी चीख थी.लोग हंस रहे थे.मीम बन रहे थे पर विराट और आरसीबी के फैन सिर्फ एक चीज सोच रहे थे कि कब मंजिल तक पहुंचा जा सकेगा .

वफादारी का दूसरा नाम विराट 

2025 में  5 मैच बैक टू बैक जीते दरअसल विराट जीत नहीं रहे थे वो अपने सपनों को फिर से जिंदा कर रहे थे. स्टेडियम चिल्ला रहा था प्रशंसक रो रहे थे,और विराट वो बस खड़ा था, आँखों में उम्मीद के साथ. जैसा कह रहा हो मैं हार नहीं सकता, क्योंकि मैं सिर्फ अपने लिए नहीं खेलता मैं तुम सब के लिए खेलता हूं और जब वो पिच पर आखिरी बार आया तो लगा जैसी पूरी आरसीबी उसके साथ चल रही है हर कवर ड्राइव के साथ…हर छक्के के साथ आरसीबी के फैंस को ट्रॉफी नजदीक आती नजर आ रही थी . 17 साल के बाद ट्रॉफी जीतना आरसीबी के प्रशंसकों के दिल में एक गर्व है उनको कोहली मिला है. विराट कोहली ने हमें सिखाया हार कर भी वफ़ादार कैसा रहता है. दुनिया हंस रही हो  तब भी खुद पे यकीन कैसे रखा जाता है. विराट के हाथ में ट्रॉफी हर उस आरसीबी फैन की दुआ है जिसने किंग के सफर में उनका साथ दिया . मैदान पर विराट के आंखों से बहते सैलाब ने बताया किवफ़ा ट्रॉफी से बड़ी होती है और वो बहुत कुछ देकर जाती है.



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