यूट्यूब से आइडिया लेकर शुरू किया अपना रोजगार, अब हर माह होती है इतनी कमाई

Last Updated:
तेघरा की सुधा देवी ने बताया यूटयूब से झोला निर्माण का बिजनेस स्टार्टअप सीखकर घरों में निर्माण कार्य शुरु कर दिया, टाटा से सीमेंट का बोरा लाकर रोजाना 400 तक झोला सिलकर 2 .हज़ार तक की कमाई कर लेती हैं .

आज का ये दौर सूचना क्रांति का है. टेलीकॉम कंपनियों ने भारत में 4G /5G इंटरनेट सेवा शुरु कर भारतीयों को गूगल, फेसबुक और यूटयूब से जोड़ने का काम किया है. ऐसे में हमारे देश में टेलीकॉम कंपनियों ने एक नए सिरे से परिभाषित करने का भी काम किया है. आज हम जिस कहानी की चर्चा कर रहे हैं. यह इसी सूचना क्रांति के उदाहरण के रूप में देखी जा सकती है.

बेगूसराय की सुधा ने यूट्यूब पर वीडियो स्क्रोल करते करते बिजनेस आइडिया को पा लिया. धीरे धीरे इसी आइडिया पर काम कर अपनी एक अलग पहचान स्थापित की है. इन्होंने लोकल 18 बिहार से अपनी पूरी कहानी साझा की है.

बेगूसराय जिले के गंगा किनारे बसे तेघरा प्रखंड के फुलवरिया पंचायत- 02, वार्ड 20 नगर परिषद बरौनी की रहने वाली सुधा देवी ने बताया एक दिन वह यूट्यूब पर वीडियो देख रहीं थी. इसी दौरान यूट्यूब पर वीडियो स्क्रोल करने के दौरान कम लागत में झोला निर्माण का काम देखा, जहां बताया जा रहा था कि महज 20 से 30 हजार में इस काम से हजारों की कमाई रोजाना कर सकते हैं. फिर इसी आइडिया पर काम करना शुरु कर दिया, नीतिश्री समूह से जुड़कर 30 हजार का लोन लेकर पहले एक सिलाई मशीन खरीदी फिर काम अच्छा चलता रहा तो एक ओर सिलाई मशीन खरीदकर एक पड़ोस की महिला को रोजाना के आधार पर ₹150 के रोज पर रोज़गार भी दे दिया.

सुधा देवी ने लोकल 18 बिहार से बताया झारखंड के टाटा से हर महीने 50 हज़ार का सीमेंट की खाली बोरा लाती हूं, एक बोरा की कीमत 4 रूपए तक पड़ती है. इसे सिलने में एक से दो रुपया तक का खर्च आ जाता है. यानी एक झोला निर्माण में 5 रूपए तक का सामने आता है. हमारी कमाई बिजली पर निर्भर करती है.

अगर दिनभर सही बिजली रही तो घर बैठे 400 झोला का निर्माण कर लेती हूं. ऐसे में 2 हजार तक की कमाई रोजाना हो जाती है, बिजली सही न रही तो हजार से 1500 तक कमाई हो जाती है. वह कहती हैं कि उन्हें इन झोलों को बेचने के लिए कहीं जाना नहीं पड़ती, बल्कि थोक व्यापारी खुद उनके पास आते हैं और झोला खरीदकर ले जाते हैं. वह कहती हैं कि एक झोले की कीमत बाजार में 10 से 15 रुपए है. इनके कम्यूनिटी मैनेजर ममता कुमारी, बीपीएम बिरजू कुमार के द्वारा समय समय में मदद करने की भी बात बताई.